दिनांक 19 /08/ 2025 को नवीन शासकीय महाविद्याल जेवरतला बालोद में हेमंत व्यास (गायत्री विद्यापीठ,राजनंदगांव)द्वारा धूम्रपान निषेध नशा मुक्ति उद्बोधन दिया गया। छात्रों को उद्बोधित करते हुए हेमंत जी ने बताया कि छत्तीसगढ़ खनिज संपदा में श्रेष्ठ होने के बावजूद पिछड़ा हुआ है और अशिक्षा से भरा हुआ है जिसका मुख्य कारण नशा है। यहां हर एक परिवार का एक न एक व्यक्ति किसी न किसी नशे की आदत से ग्रसित है। छत्तीसगढ़ में शराब,तंबाकू,गुड़ाखू का सेवन आम बात है। व्यास जी ने बताया कि लोग पुरानी आयुर्वेदिक चीजें जैसे दातुन की जगह आज गुड़ाखू से मंजन कर रहे है । जो मुंह के कैंसर का बड़ा कारण है। आज हमारे इस दातुन का उपयोग विदेशों में जोर-शोर से किया जा रहा है क्योंकि इसके बहुत से फायदे है,बाबुल व निम के दातुन के लगातार प्रयोग से मुंह व पेट के कैंसर से बचा जा सकता है।